
L19/Ranchi : रांची जिले के सिल्ली प्रखंड के पिसका गांव में कुआं की मिट्टी धंसने से एक साथ सात लोग मिट्टी के नीचे दब गए। जिसमे 2 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि एक को जिंदा निकाल लिया गया। बीडीओ पावन आशीष लकड़ा के मुताबिक, 4 लोग अभी भी मिट्टी मे दबे हैं, जिन्हें निकालने का काम चल रहा है। देर रात दो बजे तक NDRF के नेतृत्व में राहत और बचाव काम चल रहा था। रुक-रुक कर बारिश होने के वजह से बचाव कार्य में काफी परेशानी हो रही है।
वही जिन 3 लोगों को बाहर निकाला गया उनमें मंटू मांझी (52) और विष्णु बेदिया (55) की मौत हो चुकी है। वहीं भागीरथ मांझी स्वस्थ है। बताया जा रहा है की कुआं 40 साल पुराना और 30 फीट गहरा था, जो बोल्डर से पाटा गया था। मुंडेर भी नहीं बंधा था। जिन 4 लोगों को निकालने का प्रयास किया जा रहा है उनके जिंदा होने की संभावना ना के बराबर है।
मिली जानकारी के मुताबिक, गुरुवार दिन के 3 बजे गांव के कई ग्रामीण घलटू मांझी के कुएं में गिरे एक बैल को निकालने की कोशिश हो रही थे। इसी दौरान कुआं धंस गया, जिसमें सात लोग एक साथ नीचे गिर गए और मिट्टी में दब गए। ऊपरी सतह पर गिरे भगीरथ मांझी को ग्रामीणों ने तुरंत बाहर निकाला। बाकी सभी लोग मिट्टी से पूरी तरह दब गए। घटनास्थल पर मौजूद ग्रामीणों ने तुरंत घटना के बारे में प्रशासन को जानकारी दी। सूचना मिलने के बाद 4 : 30 बजे बीडीओ, थाना प्रभारी और मुरी ओपी प्रभारी विपुल झा पहुंचे। प्रशासन द्वारा हिंडालको रेस्क्यू टीम और NDRF को सूचना दी गई। हिंडालको के अधिकारी तीन जेसीबी, एक हाइड्रा के साथ शाम पांच बजे पहुंचे। काफी मशक्कत के बाद शाम 7:20 बजे मंटू मांझी को अचेत अवस्था में निकाला गया, जिसने बाद में अपना दम तोड़ दिया। वही विष्णु बेदिया को 7:45 बजे मृत अवस्था में निकाला गया।
हादसे में कितने लोग कुएं में दबे हैं इसकी पहचान के लिए प्रशासन ने देर रात गांव का सर्वे शुरू कराया है। वहीं देर रात तक बचाव कार्य भी जारी था । वही घटना की सूचना पाकर घटनास्थल पहुंचे सिल्ली विधायक सुदेश कुमार महतो ने पीड़ित परिवारों से मुलाकात कर उनका ढांढस बंधाया। सिल्ली की पूर्व विधायक सीमा देवी भी मौके पर पहुंचीं। वही सुरेंद्र दास ने बताया कि कुंआ धंसने के दौरान कुआं के ऊपर रखे पत्थर के सहारे लटक कर अपना जान बचा पाया। उन्होंने बताया कि कुआं में फंसे अन्य लोगों में रमेश मांझी (65), बहादुर मांझी (40), गुरुपद मांझी (56) व टेंपू मांझी (25) शामिल हैं। रात 9.30 बजे NDRF की टीम पहुंची, तब बचाव कार्य तेज हुआ। कुएं के पास से स्लोप बनाया जा रहा है, ताकि लोगों को निकाला जा सके।
बता दे की सिल्ली में हुए हादसे पर सीएम हेमंत सोरेन ने गहरा शोक जताया है। उन्होंने कहा कि सिल्ली के मुरी क्षेत्र स्थित पिस्का गांव में हुए हादसे से मन व्यथित है। परमात्मा दिवंगत आत्माओं को शांति प्रदान कर शोकाकुल परिवारजनों को यह दुख सहन करने की शक्ति दे।
