
L19/Ranchi : गर्मी आते ही रांची रेल डिवीजन की ट्रेनों की एसी खराब हो जाती है,जबकि ट्रेनों की बोगियों में एसी मेंटनेंस करने के लिए रेलवे भारी भरकम राशि खर्च कर रहा है। रेलवे अधिकारियों के अनुसार, करीब 10 करोड़ से ज्यादा एसी मेंटनेंस पर सालाना खर्च हो रहे हैं। फिर भी ट्रेन खुलते ही एसी बोगियो की एसी काम नहीं करती है। गर्मी में यात्रियों को गंतव्य तक यात्रा करने में भारी परेशानी हो रही है। यात्री अपनी परेशानी ट्वीट के माध्यम से रेलवे तक पहुंचा रहे हैं। रेल प्रशासन की ओर से केवल आश्वासन मिलता है कि संबंधित विभाग को जानकारी दे दी गई है। लेकिन समाधान यात्री के घर पहुंचने तक नहीं होता है। गर्मी में ही ट्रेनों की एसी खराब क्यों हो रही हैं। इसका जवाब रेलवे अधिकारियों के पास नहीं है। हटिया से पूर्णिया कोर्ट जाने में ट्रेन को 17 से 18 घंटे लगते हैं।
यानि रांची से दिल्ली जाने में जितना समय लगता है, उतना समय हटिया से पूर्णिया कोर्ट जाने में लगता है। लंबी दूरी की ट्रेनों में किराया भी काफी है। उसके बाद भी खराब एसी के बीच यात्रियों को यात्रा करनी पड़ रही है। जबकि ट्रेन में एसी कोच अटेंडेंट भी है। लेकिन वे चलती ट्रेन में एसी ठीक नहीं कर पाते हैं। ऐसा ही हाल हटिया से आनंद बिहार जानेवाली ट्रेन का भी है। उसमें भी एसी काम नहीं करती, यात्रियों की लगातार शिकायतें आ रही हैं। रांची रेल डिवीजन अपनी ट्रेनों के मेंटनेंस में 10 करोड़ से ज्यादा खर्च करती है। उसके बाद भी यात्रियों की शिकायतें कम नहीं हो रही हैं। जबकि हटिया यार्ड में ट्रेन मेंटनेंस करने के बाद इंजीनियर ट्रेन में सबकुछ ठीक होने का एनओसी देते हैं। उसके बाद भी यह हाल है। इससे स्पष्ट है, या तो ट्रेन की मेंटनेंस में फर्जीवाड़ा किया जा रहा है या यात्री सुविधाओं को दरकिनार कर मेंटनेंस के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की जा रही है।
