l19/DESK : आज के दौर में हादसे का कोई भरोसा नहीं कब किस वजह से कोई हादसे का शिकार हो जाए कहा नहीं जा सकता है।अक्सर ऐसे हादसों में लोग असमय अपनी जान गंवा देते हैं।मगर कभी कभी ऐसा चमत्कार भी होता है कि जान हलक में अटकी हो और कहीं से कोई दूत आकर आपको बचा ले।
जी हां सोमवार को ऐसा ही हुआ कुछ डाल्टनगंज रेलवे स्टेशन पर, जहां एक महिला और उसके बच्चे के लिए RPF जवान फरिश्ता बनकर आए और मौत के मुंह में जाने से बचा लिया।दरअसल डाल्टनगंज रेलवे स्टेशन पर सोमवार को गढ़वा रोड की तरफ जाने वाली पैसेंजर ट्रेन खड़ी थी। पैसेंजर ट्रेन जैसे ही खुली एक महिला और बच्चा ट्रेन पर चढ़ने की कोशिश करने लगे, इसी दौरान महिला और बच्चा प्लेटफार्म से फिसल गए।वो पटरी पर गिरने ही वाले थे कि मौके पर मौजूद RPF जवानों की नजर उन पर पड़ी।जवानों ने दोनों को बाहर खींचकर बचा लिया।
इधर जैसे ही घटना की सूचना रेलवे अधिकारियों को मिला के तत्काल ट्रेन को रोका गया और जवानों ने महिला और उसके बच्चे को ट्रेन पर बिठा दिया।फिलहाल महिला और उसके बच्चे की पहचान नहीं हो पाई है। इस दौरान घटना स्थल पर मौजूद RPF के इंस्पेक्टर बनारसी यादव ने बताया कि महिला और उसका बच्चा ट्रेन पर चढ़ने के दौरान फिसलकर गिर गए। वो ट्रेन के नीचे जा रहे थे इसी क्रम में आरपीएफ जवानों ने उन्हें बचा लिया।महिला और उसके बच्चे से पूछताछ नहीं की जा सकी क्योंकि महिला को ट्रेन पड़कर जाना था। महिला और उसके बच्चे की पहचान नहीं हो पाई है।
ऐसी ही घटना कुछ दिनों पहले भी डाल्टनगंज रेलवे स्टेशन पर घटी थी जहां एक यात्री रेलवे पटरी पर गिरने वाला था कि आरपीएफ जवान ने दौड़कर उसे बचा लिया था।गढ़वा रोड रेलवे स्टेशन पर भी कुछ महीने पहले इसी तरह की घटना हुई थी, जिसमें आरपीएफ के जवानों ने एक यात्री को बचाया था। डाल्टनगंज रेलवे स्टेशन पर जवानों की तत्परता से दो जान बच गई। गनीमत थी कि वो वहां मौजूद थे। लेकिन ऐसे हादसे कहीं भी हो सकते हैं, जरूरी नहीं कि हर वक्त कोई बचाने वाला वहां मौजूद हो। इसलिए जरूरत है थोड़ी सावधानी बरतने की। कोशिश हो कि कभी भी चलती ट्रेन में ना चढ़ें।क्योंकि छोटी सी लापरवाही बड़ी दुर्घटना का कारण बन जाती है।