L19 DESK : शराब कारोबारी, होटेलियर और बिजनेसमैन योगेंद्र तिवारी के जामताड़ा के मिहिजाम स्थित आवास और होटल पर प्रवर्तन निदेशालय की छापेमारी जारी है। बुधवार सुबह से योगेंद्र तिवारी के रांची, देवघर, जामताड़ा, दुमका समेत 36 ठिकानों पर प्रवर्तन निदेशालय ने छापा मारा था। छत्तीसगढ़ शराब सिंडिकेट को लेकर इडी की कार्रवाई की गयी है। योगेंद्र तिवारी सिंडिकेट का नयी शराब नीति लागू होने के पहले राज्य के 19 जिलों में शराब के दुकानों का संचालन का जिम्मा था।
इडी सूत्रों की मानें, तो योगेंद्र तिवारी ने राज्य के वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव के बेटे, नेक्सजेन के मालिक विनय सिंह और अन्य के साथ मिल कर झारखंड में छत्तीसगढ़ शराब सिंडिकेट के साथ मिल कर नयी नीति लागू कराने में भूमिका निभायी। इसको लेकर सभी जिलों में अपना प्रभाव स्थापित किया। कल की छापेमारी में वित्त मंत्री के घर से 30 लाख रुपये नगद, विनय सिंह के आवास से 1.50 करोड़ के आभूषण समेत भारी मात्रा में दस्तावेज तथा अन्य समान बरामद किये गये। इसमें शराब सिंडिकेट को दिये गये पैसे का ब्योरा भी शामिल था।
बताया जा रहा है कि शराब नीति लागू कराने में 400 करोड़ का खेला-बेला हुआ है। इडी सभी पहलुओं की जांच कर रही है। छापेमारी रांची के टिंबर व्यवसायी श्रवण जालान, हजारीबाग के कारोबारी विकास अग्रवाल, देवघर में जिला 20 सूत्री कार्यक्रम समिति के उपाध्यक्ष मुन्नम संजय, जमीन कारोबारी विकास झा, गिरिडीह के शराब व्यवसायी नीरज शाहाबादी, गोड्डा के व्यवसायी टेकरीवाल और कोलकाता के कारोबारियों के यहां भी जारी है।